sahara refund portal सहारा इंडिया के करोड़ों निवेशकों के लिए एक सकारात्मक समाचार है। भारत सरकार ने जून 2025 की नवीनतम सूची प्रकाशित की है और धन वापसी की कार्यवाही में तेजी लाई है। यदि आपने भी सहारा की विभिन्न योजनाओं में अपनी मेहनत की कमाई निवेश की है, तो आपके लंबे इंतजार का अंत होने वाला है।
सहारा इंडिया की पृष्ठभूमि
सहारा इंडिया समूह की नींव 1978 में श्री सुब्रत रॉय के नेतृत्व में रखी गई थी। यह संगठन मुख्यतः देश के ग्रामीण और शहरी इलाकों में रहने वाले सामान्य लोगों से विभिन्न बचत योजनाओं के माध्यम से धन एकत्रित करता था। कंपनी का मुख्य आकर्षण यह था कि यह छोटे निवेशकों को भी निवेश का अवसर प्रदान करती थी।
संकट की शुरुआत
2014 में सहारा समूह कानूनी समस्याओं में फंस गया, जिसके परिणामस्वरूप लाखों निवेशकों का धन अटक गया। इस स्थिति से उत्पन्न समस्याओं के समाधान हेतु सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सरकार ने कार्यवाही प्रारंभ की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 18 जुलाई 2023 को सहारा रिफंड पोर्टल की शुरुआत की घोषणा की थी।
धन वापसी के लिए पात्र संस्थाएं
सरकार ने चार मुख्य सहकारी संस्थाओं के निवेशकों को इस धन वापसी योजना में सम्मिलित किया है:
लखनऊ स्थित सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड – यह उत्तर प्रदेश में स्थित मुख्य शाखा है जहां हजारों निवेशकों ने अपना धन जमा किया था।
भोपाल स्थित सहारायण यूनिवर्सल मल्टीपर्पस सोसाइटी लिमिटेड – मध्य प्रदेश की यह शाखा भी बड़ी संख्या में निवेशकों से जुड़ी हुई है।
कोलकाता स्थित हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड – पूर्वी भारत के निवेशकों के लिए यह मुख्य केंद्र था।
हैदराबाद स्थित स्टार्स मल्टीपर्पस कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड – दक्षिण भारत के निवेशकों की यह प्रमुख शाखा है।
केवल इन संस्थाओं में निवेश करने वाले व्यक्ति ही धन वापसी हेतु आवेदन कर सकते हैं।
जून 2025 की नवीन सूची की विशेषताएं
सरकार द्वारा जारी जून 2025 की सूची में निवेशकों की संपूर्ण जानकारी समाहित है। इसमें निवेशकों के नाम, पंजीकरण संख्या, जमा की गई राशि, दस्तावेजों की वर्तमान स्थिति और संभावित धन वापसी की तिथि शामिल है। यह सभी जानकारी CRCS रिफंड पोर्टल पर उपलब्ध है।
धन वापसी की राशि में वृद्धि
प्रारंभ में सरकार ने 10,000 रुपए तक की धन वापसी की सीमा निर्धारित की थी। लेकिन निवेशकों की बढ़ती मांग और न्यायालय के निर्देशों के बाद इस राशि को बढ़ाकर 50,000 रुपए तक कर दिया गया है।
प्रथम चरण में 10,000 रुपए तक की राशि उन निवेशकों को दी जा रही है जिनके दस्तावेज पूर्णतः सत्यापित हो चुके हैं।
द्वितीय चरण में 20,000 से 50,000 रुपए तक की राशि पात्र निवेशकों को वितरित की जा रही है।
50,000 रुपए से अधिक की राशि पाने के लिए PAN कार्ड का होना अनिवार्य है। सरकार ने संकेत दिया है कि भविष्य में यह सीमा और भी बढ़ाई जा सकती है।
आवेदन की सरल प्रक्रिया
धन वापसी के लिए ऑनलाइन आवेदन करना अत्यंत सुविधाजनक है। इसके लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करना आवश्यक है:
सबसे पहले CRCS पोर्टल पर जाना होगा। वहां ‘नया पंजीकरण’ के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आधार कार्ड के अंतिम चार अंक और पंजीकृत मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा। OTP के माध्यम से सत्यापन के बाद संपूर्ण फॉर्म भरना होगा।
आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, PAN कार्ड, पासबुक और निवेश की रसीद शामिल है। सभी दस्तावेज अपलोड करने के बाद आवेदन सबमिट करना होगा और प्राप्त होने वाले संदर्भ संख्या को सुरक्षित रखना होगा।
आवेदन की स्थिति की जांच
यदि आपने आवेदन पूरा कर दिया है, तो आप अपने आवेदन की वर्तमान स्थिति की जांच कर सकते हैं। इसके लिए पोर्टल पर ‘जमाकर्ता लॉगिन’ के विकल्प का उपयोग करना होगा। आधार संख्या के अंतिम चार अंक और पंजीकृत मोबाइल नंबर से लॉगिन करने के बाद डैशबोर्ड पर आवेदन की स्थिति, दस्तावेज सत्यापन और भुगतान की संपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी।
आवेदन अस्वीकृति की स्थिति में समाधान
यदि किसी कारणवश आपका आवेदन अस्वीकृत हो गया है या दस्तावेज अधूरे हैं, तो निराश होने की आवश्यकता नहीं है। सरकार ने पुनः आवेदन की सुविधा भी प्रदान की है। इसके लिए विशेष पुनः आवेदन पोर्टल का उपयोग करना होगा। गलत जानकारी में सुधार करके नए दस्तावेज अपलोड करने होंगे। यह प्रक्रिया 45 कार्यदिवसों के भीतर पूरी हो जाती है।
अब तक की उपलब्धियां
सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक 11.61 लाख से अधिक निवेशकों को 2,025.75 करोड़ रुपए वापस किए जा चुके हैं। यह संपूर्ण प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत न्यायमूर्ति आर. सुभाष रेड्डी की प्रत्यक्ष निगरानी में संचालित हो रही है।
धोखाधड़ी से सावधानी
इस प्रक्रिया के दौरान कई बार धोखेबाज धन वापसी के नाम पर पैसे मांग सकते हैं। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे केवल सरकारी वेबसाइट का ही उपयोग करें। किसी को भी OTP या बैंक विवरण न बताएं। फर्जी वेबसाइटों या एजेंटों से सावधान रहें।
सहारा इंडिया की धन वापसी प्रक्रिया लाखों निवेशकों के लिए आशा की नई किरण लेकर आई है। सरकार का स्पष्ट लक्ष्य है कि हर पात्र निवेशक को शीघ्रातिशीघ्र उसका धन वापस मिले। इस दिशा में निरंतर प्रयास जारी हैं और प्रक्रिया में और भी सुधार किए जा रहे हैं।
यह योजना उन लाखों परिवारों के लिए राहत की सांस है जिन्होंने सहारा में अपनी जीवनभर की बचत निवेश की थी। यदि आपने भी सहारा की किसी योजना में धन निवेश किया है, तो तुरंत पोर्टल पर जाकर अपनी स्थिति की जांच करें और आवश्यक दस्तावेज तैयार रखें।
महत्वपूर्ण सूचना: उपरोक्त जानकारी इंटरनेट प्लेटफॉर्म से एकत्रित की गई है। हम इस बात की 100% गारंटी नहीं देते कि यह समाचार पूर्णतः सत्य है। कृपया किसी भी कार्य को करने से पहले संबंधित आधिकारिक वेबसाइट से जानकारी की पुष्टि करें और सोच-समझकर आगे की प्रक्रिया अपनाएं। किसी भी निर्णय के लिए पाठक स्वयं जिम्मेदार होंगे।