LPG Cylinder Price New Update हर महीने भारतीय परिवारों के मन में एक ही सवाल घूमता रहता है – “इस महीने गैस सिलेंडर महंगा हुआ या सस्ता?” जून 2025 की शुरुआत में मिली-जुली खबर सामने आई है। व्यावसायिक उपयोगकर्ताओं के लिए खुशी की बात है, लेकिन आम घरेलू उपभोक्ताओं को अभी भी धैर्य रखना होगा।
व्यावसायिक सिलेंडर में आई राहत
राष्ट्रीयकृत तेल कंपनियों द्वारा जून माह में 19 किलोग्राम वाले व्यावसायिक एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में उल्लेखनीय कमी की गई है। राजधानी दिल्ली में इस सिलेंडर की कीमत अब ₹1,723.50 हो गई है, जो पिछले महीने की तुलना में ₹24 कम है। यह कटौती रेस्टोरेंट, होटल, ढाबा और खाद्य व्यवसाय संचालकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
इसके विपरीत, 14.2 किलोग्राम के पारंपरिक घरेलू सिलेंडर की कीमत में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। दिल्ली में यह अभी भी ₹853 की दर पर उपलब्ध है, जो पिछले महीने के समान ही है।
लगातार तीन महीने की गिरावट का सिलसिला
व्यावसायिक एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में यह तीसरी लगातार माहवार कमी है। अप्रैल 2025 में ₹41 की कटौती हुई थी, मई में ₹14.50 की कमी आई और अब जून में ₹24 की राहत मिली है। यह निरंतर गिरावट का रुझान व्यावसायिक उपयोगकर्ताओं के लिए एक स्वागत योग्य विकास है।
खाद्य सेवा उद्योग के लिए यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि गैस की लागत उनके संचालन व्यय का एक प्रमुख घटक होती है। इस कमी से उन्हें अपने लाभ मार्जिन में सुधार करने या ग्राहकों को अधिक प्रतिस्पर्धी मूल्य प्रदान करने का अवसर मिलता है।
प्रमुख शहरों में वर्तमान दरें
देश के विभिन्न महानगरों में एलपीजी सिलेंडर की वर्तमान कीमतें निम्नलिखित हैं:
दिल्ली: व्यावसायिक सिलेंडर ₹1,723.50, घरेलू सिलेंडर ₹853
मुंबई: व्यावसायिक सिलेंडर ₹1,675, घरेलू सिलेंडर ₹853
कोलकाता: व्यावसायिक सिलेंडर ₹1,827.50, घरेलू सिलेंडर ₹879
चेन्नई: व्यावसायिक सिलेंडर ₹1,840.50, घरेलू सिलेंडर ₹868.50
विभिन्न शहरों में कीमतों में अंतर मुख्यतः स्थानीय करों, परिवहन लागत और वितरण शुल्क के कारण होता है।
घरेलू उपभोक्ताओं के लिए स्थिति
दुर्भाग्य से, घरेलू एलपीजी उपभोक्ताओं के लिए इस महीने कोई राहत नहीं मिली है। उनके सिलेंडर की कीमतें पिछले महीने के स्तर पर ही बनी हुई हैं। हालांकि, सरकार की विभिन्न सब्सिडी योजनाओं के माध्यम से कुछ वर्गों को राहत प्रदान की जा रही है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत पात्र परिवारों को ₹300 की सब्सिडी दी जा रही है, जिससे उनका सिलेंडर काफी सस्ता पड़ता है। यह योजना मुख्यतः गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के लिए डिज़ाइन की गई है।
मूल्य निर्धारण के पीछे के कारक
एलपीजी की कीमतें कई जटिल कारकों के आधार पर तय होती हैं। अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। जब वैश्विक बाज़ार में कच्चे तेल के दाम बढ़ते या घटते हैं, तो उसका सीधा प्रभाव एलपीजी की कीमतों पर पड़ता है।
डॉलर और रुपये की विनिमय दर भी एक महत्वपूर्ण घटक है, क्योंकि तेल आयात डॉलर में होता है। जब रुपया कमजोर होता है, तो आयात महंगा हो जाता है, जिससे एलपीजी की कीमतें बढ़ जाती हैं।
राज्य सरकारों द्वारा लगाए गए स्थानीय कर और वितरण लागत भी अंतिम मूल्य निर्धारण में योगदान देते हैं। इसके अतिरिक्त, अंतर्राष्ट्रीय एलपीजी बेंचमार्क दरें भी भारतीय कीमतों को प्रभावित करती हैं।
डिजिटल बुकिंग की सुविधा
आधुनिक तकनीक के साथ एलपीजी सिलेंडर की बुकिंग प्रक्रिया काफी सरल हो गई है। उपभोक्ताओं को अब लंबी कतारों में खड़े होने की आवश्यकता नहीं है। मोबाइल एप्लीकेशन, वेबसाइट, एसएमएस या फोन कॉल के माध्यम से घर बैठे आसानी से सिलेंडर बुक किया जा सकता है।
यह डिजिटल पहल विशेष रूप से व्यस्त जीवनशैली वाले शहरी निवासियों के लिए वरदान साबित हुई है। कई कंपनियां तत्काल डिलीवरी की सुविधा भी प्रदान कर रही हैं।
उद्योग पर प्रभाव
व्यावसायिक एलपीजी की कीमतों में कमी का सबसे अधिक फायदा होटल, रेस्टोरेंट, कैटरिंग सेवा और खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को हो रहा है। ये क्षेत्र बड़ी मात्रा में एलपीजी का उपयोग करते हैं, इसलिए कीमतों में थोड़ी सी भी कमी उनकी संचालन लागत पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है।
इस राहत से उम्मीद की जा रही है कि खाद्य सेवा प्रदाता अपनी बचत का कुछ हिस्सा उपभोक्ताओं को पास कर सकें, जिससे बाहर खाने की लागत में कमी आ सकती है।
आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं, तो आने वाले महीनों में एलपीजी की कीमतों में और भी राहत मिल सकती है। हालांकि, घरेलू सिलेंडर की कीमतों में परिवर्तन मुख्यतः सरकारी नीति और बजटीय प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है।
वैश्विक आर्थिक स्थितियां, भू-राजनीतिक तनाव और मुद्रा की स्थिरता जैसे कारक भविष्य की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं।
जनता की प्रतिक्रिया
व्यावसायिक उपयोगकर्ता इस कीमत कटौती से संतुष्ट हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि यह रुझान जारी रहेगा। दूसरी ओर, घरेलू उपभोक्ता थोड़े निराश हैं क्योंकि उन्हें कोई तत्काल राहत नहीं मिली है।
उज्ज्वला योजना के लाभार्थी वर्तमान में सबसे अच्छी स्थिति में हैं क्योंकि उन्हें सरकारी सब्सिडी का लाभ मिल रहा है।
जून 2025 में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में आई यह मिश्रित तस्वीर दर्शाती है कि ऊर्जा क्षेत्र में नीतिगत संतुलन बनाना एक जटिल कार्य है। जबकि व्यावसायिक उपयोगकर्ताओं को राहत मिली है, घरेलू उपभोक्ताओं को अभी भी बेहतर दिनों का इंतज़ार करना होगा।
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