LPG Gas Cylinder New Price भारत की प्रमुख तेल कंपनियों द्वारा 15 जून 2025 के लिए रसोई गैस सिलेंडर की ताजा दरें जारी कर दी गई हैं। इन नई दरों को देखते हुए यह स्पष्ट हो गया है कि विभिन्न राज्यों और शहरों में 14.2 किलो के घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में काफी भिन्नता है। यह अंतर स्थानीय करों, परिवहन लागत और वितरण शुल्क के कारण होता है।
आम उपभोक्ताओं के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि उनके क्षेत्र में गैस सिलेंडर की वर्तमान दर क्या है, क्योंकि यह घरेलू बजट को प्रभावित करने वाला एक मुख्य कारक है। आज हम विस्तार से जानेंगे कि किन राज्यों में सिलेंडर सबसे सस्ता मिल रहा है और कहां सबसे महंगा।
झारखंड में सिलेंडर की कीमतें
झारखंड राज्य में एलपीजी सिलेंडर की दरों में क्षेत्रीय विविधता देखने को मिल रही है। राजधानी रांची में 14.2 किलो के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत 910 रुपये 50 पैसे निर्धारित की गई है। यह राज्य की औसत दर मानी जा सकती है।
वहीं, जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां जिले के निवासियों के लिए खुशखबरी है क्योंकि यहां सिलेंडर की कीमत केवल 892 रुपये है। यह झारखंड में सबसे कम दर है, जिससे इन दोनों जिलों के उपभोक्ताओं को काफी राहत मिली है। यह दर अन्य जिलों की तुलना में लगभग 18-20 रुपये कम है।
दूसरी ओर, झारखंड के हजारीबाग, कोडरमा और रामगढ़ जिलों में स्थिति अलग है। यहां सिलेंडर की कीमत 912 रुपये तक पहुंच गई है, जो राज्य में सबसे अधिक दर है। इससे इन क्षेत्रों के निवासियों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ रहा है।
दिल्ली और उत्तर प्रदेश की स्थिति
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एलपीजी सिलेंडर की दरें अपेक्षाकृत बेहतर हैं। राजधानी के अधिकांश क्षेत्रों में 14.2 किलो का गैस सिलेंडर 850 रुपये में उपलब्ध है। यह देश की सबसे कम दरों में से एक है, जिससे दिल्ली के निवासियों को काफी फायदा हो रहा है।
उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां की स्थिति मिश्रित है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में सिलेंडर की कीमत 900 रुपये निर्धारित की गई है। हालांकि, लखनऊ और गाजियाबाद जैसे प्रमुख शहरों में यह दर 912 रुपये तक पहुंच गई है, जो राज्य में सबसे अधिक है।
राष्ट्रीय स्तर पर कीमतों का विश्लेषण
देशभर में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों को देखें तो यह 850 रुपये से लेकर 912 रुपये तक की रेंज में है। यह लगभग 62 रुपये का अंतर है, जो उपभोक्ताओं के मासिक बजट पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।
सबसे सस्ता सिलेंडर दिल्ली के कुछ क्षेत्रों में 850 रुपये में मिल रहा है, जबकि सबसे महंगा सिलेंडर झारखंड के हजारीबाग, कोडरमा, रामगढ़ और उत्तर प्रदेश के लखनऊ, गाजियाबाद में 912 रुपये में बिक रहा है।
कीमतों में अंतर के कारण
विभिन्न राज्यों और शहरों में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में अंतर के पीछे कई कारक हैं। स्थानीय कर, वैट, परिवहन लागत, वितरण शुल्क और डीलर मार्जिन मुख्य कारण हैं। दूरदराज के क्षेत्रों में परिवहन लागत अधिक होने के कारण सिलेंडर महंगा हो जाता है।
वहीं, बड़े शहरों में बेहतर वितरण नेटवर्क और अधिक प्रतिस्पर्धा के कारण कीमतें अपेक्षाकृत कम रह सकती हैं। सरकारी नीतियां और स्थानीय कर संरचना भी इन कीमतों को प्रभावित करती हैं।
सब्सिडी की वर्तमान स्थिति
एलपीजी सब्सिडी की मौजूदा व्यवस्था में केवल पात्र लाभार्थियों को ही इसका फायदा मिल रहा है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत आने वाले लाभार्थियों को अभी भी सब्सिडी का लाभ मिल रहा है। हालांकि, सामान्य उपभोक्ताओं को बिना सब्सिडी की दरों पर ही सिलेंडर खरीदना पड़ रहा है।
यह स्थिति विशेष रूप से मध्यम वर्गीय परिवारों को प्रभावित कर रही है, जो न तो उज्ज्वला योजना के दायरे में आते हैं और न ही उच्च आय वर्गीय परिवार हैं। इन परिवारों को पूरी कीमत चुकानी पड़ती है।
उपभोक्ताओं के लिए सुझाव
मौजूदा स्थिति में उपभोक्ताओं को कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले, अपने क्षेत्र के विभिन्न डीलरों से कीमतों की तुलना करें। कभी-कभी थोड़ा सा अंतर हो सकता है।
दूसरे, यदि आप सब्सिडी के पात्र हैं तो सुनिश्चित करें कि आपके दस्तावेज अपडेट हैं। तीसरे, गैस की बचत करने वाली तकनीकों का उपयोग करें ताकि सिलेंडर अधिक समय तक चले।
अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों और सरकारी नीतियों के आधार पर एलपीजी की कीमतों में बदलाव होता रहता है। उपभोक्ताओं को नियमित रूप से अपडेट रहना चाहिए और बजट की योजना बनाते समय इन उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखना चाहिए।
वर्तमान में तेल कंपनियां महीने में दो बार दरों की समीक्षा करती हैं, इसलिए कीमतों में बदलाव की संभावना बनी रहती है।
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